विश्व स्तरीय शिक्षा और सतर्कता अभियान (253) दिनांकित: -15 / 04/018 आज के विषय: - [आज, नया साल मुबारक हो- इस अवसर पर प्रकाश डालने से, जीवन को रोशन करके, सभी संबंधों को तोड़ते हैं।]
वेदों को भुलाने के लिए, मूर्ख लोगों को जो अज्ञान में अंधा हैं - पुरुष नहीं जानते कि मैं कहां से हूं, 'मैं कहाँ जा रहा हूँ?' और 'मेरा स्वभाव क्या है?' उस बंधन का कारण क्या है? या यह अनावश्यक रूप से उपलब्ध है? 'मुझे क्या करना चाहिए, मुझे क्या कहना चाहिए, मुझे क्या नहीं कहना चाहिए? 'धर्म क्या है? अपराध क्या है? मुझे किसी भी स्थिति में कैसे होना चाहिए? कर्तव्य क्या है और भगवान का नाम क्या है? गुणवत्ता क्या है और क्या गलत है? इन सभी सवालों के जवाब हर रूढ़िवादी व्यक्ति के दिल में प्रबुद्ध हो जाते हैं। और जिनके पास इन सवालों के जवाब उनके दिल में नहीं हैं, वे अज्ञानता के पुरुषों के रूप में एक ही दुर्भावनापूर्ण बेकार पुरुष पीड़ित हैं। वे नए जीवन की ताजगी कभी स्वाद नहीं ले सकते। नए साल का प्रकाश उन तक नहीं पहुंचता है। उनका घर हमेशा अंधेरे में रहता है और जो लोग अपनी आत्मा को प्रकाश के साथ जोड़ने के रास्ते पर अपना जीवन बिताते हैं, वे साल के नए साल की रोशनी में स्नान करके शुद्ध हो जाते हैं, सच्चाई जानते हुए और अपने पवित्र घर वापस जा रहे हैं। आनन्द विश्व स्तरीय शिक्षा और उत्कृष्टता की जीत है। जय बेडवगना श्रीकृष्ण की जोय
No comments:
Post a Comment